Motivational Poem in Hindi on Trainers
अधूरे सुर सजाने को साज बनाता हूँ नए परिंदों को सिखाकर बाज बनाता हूँ चुपचाप सुनता रहता हूँ शिकायतें सबकी तब दुनिया बदलने की आवाज बनाता हूँ समंदर तो परखता है हौसले कश्तियों के और मैं डूबती कश्तियों को जहाज बनाता हूँ बनाए चाहे चांद पे कोई बुर्ज ए खलीफा अरे मैं तो कच्ची ईंटों […]