October 21, 2015 Vikas Jain पहले लोग भावुक होते थे… भावना में बह कर रिश्ते निभाते थे… फिर लोग प्रैक्टिकल हुए … भावना का कोई स्थान नहीं था … रिश्तों से फायदा उठाते थे… अब लोग प्रोफेशनल हो गए हैं। जिनसे फायदा उठाया जा सके सिर्फ वहीँ रिश्ते बनाते हैं …. Previous Post Motivational Thought Shared by my ROOM Next Post Motivational Story about Nokia Conference – Importance of Change